नव केसरी टाइम्स :-इससे पहले मूडीज के विश्लेषकों ने अनुमान लगाया था कि भारत की वृद्धि 6.8 प्रतिशत होगी, लेकिन अब उन्हें लगता है कि भारत 7.1 प्रतिशत की विकास दर से बढ़ेगा। इसके विपरीत, चीन की विकास दर पहले से ही घट रही है। मूडीज एनालिटिक्स ने भारत की 2024 की जीडीपी वृद्धि दर को बढ़ाकर 7.1% कर दिया है, जो पहले के 6.8% के अनुमान से अधिक है। 24 सितंबर को जारी एशिया प्रशांत रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि भारत की अर्थव्यवस्था 2025 में 6.5% की दर से बढ़ने की संभावना है, और यह विकास दर 2026 में 6.6% तक हो सकती है। दूसरी ओर, चीन की विकास दर 4.9% से घटकर 4.7% होने की उम्मीद है, जबकि 24 सितंबर को, सेंट्रल बैंक ऑफ चाइना ने अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई उपायों की घोषणा की। जून में जारी एक रिपोर्ट में एजेंसी ने अनुमान लगाया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 2026 में घटकर 6.2% हो सकती है, लेकिन अब इस वृद्धि को बेहतर कहा गया है। मूडीज एनालिटिक्स के अनुसार, 2023 में कोविड के बाद की रिकवरी प्रक्रिया में भारत की जीडीपी 7.8% की दर से बढ़ी। हालांकि, इसके बाद, यह वृद्धि 2024 में 7.1% और 2025 में 6.5% तक धीमी होने की संभावना है। महंगाई में भी कमी आने की उम्मीद है।
मुद्रास्फीति के मामले में मूडीज ने भारत के लिए बेहतर परिणाम की भविष्यवाणी की है। उन्होंने 2024 के लिए मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को 5% से घटाकर 4.7% कर दिया है। जुलाई और अगस्त के महीनों में भारत की मुद्रास्फीति दर 4% से नीचे रही। 2025 और 2026 के लिए मुद्रास्फीति का पूर्वानुमान क्रमशः 4.5% और 4.1% पर स्थिर रखा गया है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी वित्त वर्ष 25 में मुद्रास्फीति के 4.5 प्रतिशत तक गिरने की उम्मीद जताई है। तो क्या आरबीआई दर में कटौती करेगा?
हाल ही में मनीकंट्रोल पोल के अनुसार, यह संभावना है कि आरबीआई आगामी बैठक में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करेगा। इस साल दिसंबर तक पहली बार ब्याज दरों में 25 आधार अंकों (बीपीएस) की कटौती की संभावना है। आपको बता दें कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हाल ही में इस दर में 50 बीपीएस की कटौती की है।