मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब कैबिनेट ने पंजाब की मातृभाषा पंजाबी भाषा को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए मौजूदा नियम 22 के बाद नए नियम 23 और 24 जोड़कर पंजाब दुकान और वाणिज्यिकप्रतिष्ठान नियम, 1958 में संशोधन को मंजूरी दे दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि 21 फरवरी को आने वाले अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषादिवस से पहले पंजाबी में साइनबोर्ड लगाए जाएं। उन्होंने मातृभाषा के सम्मान के प्रतीक के रूप में इसे एक जनआंदोलन बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। मान ने कहा कि समझदार पंजाबी 21 फरवरी से पहले इसेअपना लेंगे और बाकी को उसके बाद सरकार के पैरों तले खड़ा कर दिया जायेगा.
बड़े–बड़े ब्रांड्स ने पंजाबी में अपने दुकान के बोर्ड लगा दिए हैं… आज से हम एक मुहिम शुरू करने जा रहे हैं..अगर कोई दुकानदार पंजाबी में अपनी दुकान का बोर्ड नहीं लगा पाता है तो पंजाब सरकार की ओर से हमउसका बोर्ड लगा देंगे पंजाबी में बोर्ड… आइए अपनी मातृभाषा को उचित सम्मान दें।