कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में सोनिया गांधी के बतौर पार्टी अध्यक्ष 20 वर्षों के कार्यकाल और वर्ष 2004 में प्रधानमंत्री पद के ‘त्याग’ को दर्शाती एक भावनात्मक शॉट फिल्म दिखाई गई. इसके बाद जब वह भाषण के लिए खड़ी हुईं तो वहां मौजूद तमाम नेताओं ने खड़े होकर उनका स्वागत किया.
कांग्रेस महाधिवेशन के ये दृश्य कुछ बड़े सवाल खड़े करते हैं. क्या यह एक और बलिदान का समय है? क्या सोनिया गांधी 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी? क्या यह सक्रीय राजनीति से सोनिया गांधी के संन्यास का ऐलान था?
