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महाकाल मंदिर किशनपुरा श्मशान घाट में सावन मासिक शिवरात्रि पर 396 रुद्राभिषेक का आयोजन: महाकालेश्वर का विशेष श्रृंगार

जालंधर (अंकित भास्कर): सावन मासिक शिवरात्रि के पावन पर्व पर महाकाल मंदिर किशनपुरा श्मशान घाट में 396 रुद्राभिषेक का आयोजन बड़ी श्रद्धा और धूमधाम के साथ किया गया। इस वर्ष के रुद्राभिषेक की खास बात यह रही कि भगवान शंकर के महाकालेश्वर मुखोटा, त्रिशूल, घुंघरू, और पीतल का घड़ा विशेष रूप से उज्जैन से लाए गए, जिनसे महाकाल का श्रृंगार किया गया। साथ ही, पीतल के नाग देवता की भी पूजा-अर्चना की गई।

 महाकाल मंदिर किशनपुरा श्मशान घाट में जंगम द्वारा विधिवत पूजा, आरती और अभिषेक संपन्न

इस भव्य आयोजन में पांच विद्वान पंडितों और जंगम द्वारा विधिवत पूजा, आरती और अभिषेक संपन्न किए गए। आयोजन की देखरेख बाबा दयाल वर्मा, जो कि रुद्रसेना संगठन पंजाब के संस्थापक हैं, के नेतृत्व में हुई। उनके साथ मोहित शर्मा, चेयरमैन प्रशांत शर्मा, विक्रांत शर्मा (समाजसेवक), भाजपा नेता संजू अरोड़ा, संदीप वर्मा (वाइस प्रेसीडेंट डिजिटल मीडिया जालंधर), सुधेश विज (समाजसेवक), सुरेश कुमार (मीडिया), परमजीत राजू, शिव जोशी, पंकज मेहता (चेयरमैन फ्लाई उड़ान जिंदगी की ट्रस्ट), हनी सबरवाल, सूरज, मोनू साईं, जोजी, काका, बुग्गा, पंडित गगन कश्यप, रघुनाथ शर्मा, अमित शर्मा (टोनी, प्रेसिडेंट महादेव सेवा सोसाइटी), मनी शर्मा और पंकज अरोड़ा ने भी आयोजन में भाग लिया और अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।

यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को एक साथ लाने का माध्यम

इस महा आयोजन ने भक्तों के बीच अपार श्रद्धा और उत्साह का माहौल पैदा कर दिया। सभी श्रद्धालुओं ने भगवान शंकर के महाकालेश्वर स्वरूप की भव्यता का अनुभव किया और उन्हें अभिषेक व पूजा अर्चना का विशेष अवसर मिला। महाकाल मंदिर में यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बना, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों को एक साथ लाने का माध्यम भी बना।उज्जैन महाकाल से त्रिशूल भोग प्रशाद भोले नाथ का मुखोटा विशेष आकर्षण, नव केसरी टाइम्स के चीफ एडिटर श्री राकेश भास्कर जी पूजा मे उपस्थित हुए।

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