फरीदकोट:-भाजपा ने पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए अपने कुछ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है जिन्होंने अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में प्रचार भी शुरू कर दिया है। लेकिन दूसरी तरफ, उन्हें लगातार किसानों के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। ऐसा ही कुछ फरीदकोट में देखने को मिला, जहां हंसराज हंस के कार्यकर्ता उम्मीदवार की मीटिंग के लिए शुक्रवार को आए थे, लेकिन किसानों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया।
किसानों ने गाड़ी रोक कर हंस से सवाल पूछने की कोशिश की। हंस कार्यकर्ताओं की बैठक के लिए एक होटल में पहुंचे थे। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक किसानों ने उन्हें घेरने की तैयारी कर रखी थी। जैसे ही हंस का काफिला बैठक स्थल पर पहुंचा, किसानों ने पहले तो गाड़ी को रोककर सवाल पूछने की कोशिश की। जिस पर पुलिस ने किसानों को हटा दिया।
हंस के काफिले का घेराव कर किसान लगातार बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। किसान नेताओं ने कहा कि केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए चल रहे संघर्ष के कारण केंद्र सरकार ने तीन कृषि कानून वापस ले लिए, लेकिन उस मोर्चे को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार को कई शर्तें माननी पड़ीं, लेकिन फिर भी उन शर्तों को अब तक लागू नहीं किया जा रहा है, इसके विपरीत, जब किसानों ने फिर से अपनी मांग को याद दिलाने के लिए दिल्ली जाना चाहा, तो उन्हें हरियाणा की सीमा पर ऐसे प्रताड़ित किया गया और रोक दिया गया जैसे कि वे दूसरे देश के नागरिक हों।
