भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है. भीषण ठंड में राहत और बचाव के काम में लगी टीमों में शामिल एक्सपर्ट्स का मानना है कि भूकंप आने के करीब 100 घंटे होने वाले हैं. जबकि भूकंप जैसी किसी बड़ी प्राकृतिक आपदा के 72 घंटे बाद मलबे में ज्यादा लोगों के जिंदा बचे होने की उम्मीदें लगातार कम होती जाती हैं. तुर्की और सीरिया में भूकंप से मरने वालों की संख्या बढ़कर 21,000 से ऊपर पहुंच गई है.
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप अर्दोवन ने बुधवार को स्वीकार किया कि आपदा से निपटने में सरकार की कोशिशों में कई कमियां थीं. सोमवार का भूकंप 1939 के बाद से तुर्की में आया सबसे बड़ा भूकंप था. जब पूर्वी एरजिनकन प्रांत में 33,000 लोग मारे गए थे.