जालंधर, 16 अगस्त* – पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इसी कड़ी में, बांध के फ्लडगेट खोले जाने से सतलुज नदी का जलस्तर और भी बढ़ गया है, जिसका असर अब पंजाब के सीमावर्ती जिला फाज़िल्का में साफ दिखाई देने लगा है। सतलुज के उफान में आने से कई गांवों की फसलें पानी में डूबने लगी हैं और ग्रामीणों में चिंता का माहौल है। लोग सतलुज क्रीक के पुल पर पहुंचकर पानी के बढ़ते स्तर को देख रहे हैं और हर पल आशंका जता रहे हैं कि हालात बिगड़ सकते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जबकि पानी लगातार बढ़ रहा है। 2023 में भी ग्रामीण इसी तरह की तबाही का सामना कर चुके हैं और इस बार फिर उन्हें अपने घर छोड़ने की चिंता सताने लगी है। लगातार बढ़ते जलस्तर ने फसल, घर और रोज़मर्रा की ज़िंदगी को संकट में डाल दिया है, जिससे ग्रामीण प्रशासन से तत्काल राहत और बचाव कार्य की मांग कर रहे हैं।