एयरो इंडिया में लगभग 250 बिजनेस–टू–बिजनेस समझौते होने की उम्मीद है, जिससे लगभग 75,000 करोड़रुपये के निवेश का मार्ग प्रशस्त होने का अनुमान है. इसका उद्देश्य एयरोस्पेस और रक्षा क्षेत्र में देश कीक्षमताओं में वृद्धि करना है ।
एशिया का सबसे बड़ा एयरो शो डिजाइन नेतृत्व में देश की प्रगति, यूएवी क्षेत्र में वृद्धि, रक्षा अंतरिक्ष औरभविष्य की प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करेगा. इसके अलावा, यह लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए)-तेजस, एचटीटी-40, डॉर्नियर लाइट यूटिलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच), लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर(एलसीएच) और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) जैसे स्वदेशी हवाई प्लेटफार्मो के निर्यात को भीबढ़ावा देगा.
एयरो इंडिया के 14वें संस्करण का विषय ‘द रनवे टू ए बिलियन अपॉर्चुनिटीज’ है. इसका उद्देश्य एयरोस्पेसऔर रक्षा क्षेत्र में देश की क्षमताओं में वृद्धि को प्रदर्शित कर एक मजबूत और आत्मनिर्भर ‘नये भारत’ के उदयका प्रचार करना है. प्रदर्शनी में सरकार के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ विजन के अनुरूप स्वदेशीउपकरणों और प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने और विदेशी कंपनियों के साथ साझेदारी करने पर ध्यानकेंद्रित किया जाएगा.
